नई दिल्ली। पूर्णता का पर्याय, वेद, शास्त्र, धर्म का मूल और जीवन का अंतिम सत्य ही शिव हैं, जो अनादि और अनंत हैं। आज हम आपको शिव के एक ऐसे स्वरूप के बारे में बताएंगे जो कल्याणकारी हैं। क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा मंदिर भी है जहां शिवलिंग के पास आते ही गायों के थन से स्वयं ही दुग्धधारा प्रवाहित होने लगती थी। जहां रावण के पिता ने शिव के दर्शन किए। जहां महादेव जब प्रसन्न होते हैं तो स्वर्ण मिलता है, जहां ऐसे महात्मा ने समाधि ली जिन्हें इलायची चढ़ाई जाती है। हम बात कर रह हैं दिल्ली के पास गाजियाबाद के दूधेश्वर महादेव मंदिर की।